हवा के झोंके ने फिर से पन्नों को सहलाया,
खरीद लाये थे कुछ सवालों का जवाब ढूढ़ने।
झुकाकर पलकें शायद कोई इकरार किया उसने,
मैंने कहा, नहीं दिल में एक बेवफा की तस्वीर बसी है,
कहानियों का सिलसिला बस यूं ही चलता रहा,
मंजिल की तलाश में खुद को अकेले चलना होगा,
कौन फिरता है ज़मीं पे चाँद सा चेहरा लिए।
ज़ालिम दुनिया समंदर है किनारा मुमकिन नहीं।
तुमको याद रखने में मैं क्या-क्या भूल जाता हूँ,
मैं घर का रास्ता भूला, जो निकला आपके शहर से,
मुझे छोड़ने का फैसला तो वो हर रोज करता है,
बेचैन दिल को सुकूं quotesorshayari की तलाश में दर-ब-दर तो न कर,
कुछ बदल जाते हैं, कुछ मजबूर हो जाते हैं,
नजर तुमसे जो मिल जाये ज़माना भूल जाता हूँ।